कन्या भ्रूण-हत्या – एक अभिशाप प्रकृति की प्रायः सभी देनों में स्वाभाविक सन्तुलन देखा जाता है, किन्तु मानव ने अपने…
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Read Moreमॉब लिंचिंग – अन्याय पर न्याय का मुखौटा न्याय का सार्वभौमीकरण तो सर्व स्वीकार्य है, परंतु बात जब न्यायाधिकार के…
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