संचार और शिक्षा का जन माध्यम(Mass media of communication and education)

संचार और शिक्षा का जन माध्यम(Mass media of communication and education) संचार या सम्प्रेषण वह है जिसके द्वारा दो मनुष्य या एक समुदाय के बीच संवाद होते हैं, गति का अहसास होता है जो जीवन के चलायमान होने का प्रतीक है। बिना संवाद के मनुष्य मृतक सा है, बिना संवाद के जीवन है इसकी कल्पना … Read more

सामाजिक समरसता पर एक टिप्पणी लिखियेWrite a note on social harmony

सामाजिक समरसता पर एक टिप्पणी लिखिये(Write a note on social harmony) सामाजिक समरसता से मजबूत राष्ट्र का निर्माण – सामाजिक एकता का अर्थ है जाति, धर्म, वर्ण से ऊपर उठकर एक साथ रहना। सामाजिक एकता विपरीत परिस्थिति में भी एक दूसरे को मदद करने के लिए प्रेरित करता है। एकजुट रहना, मजबूत रिश्ते और मजबूत … Read more

राष्ट्रीय एकता के विकास के लिये शैक्षिक कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए |Describe the educational programs for the development of national integration

राष्ट्रीय एकता के विकास के लिये शैक्षिक कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए(Describe the educational programs for the development of national integration.) राष्ट्रीय एकता के लिए शैक्षिक कार्यक्रम (Educational Programmer for स्थापित करने में शिक्षा महत्वपूर्ण योगदान कर सकती National Integration) – राष्ट्रीय एकता है। माध्यकिम शिक्षा आयोग के अनुसार यह तभी सम्भव है, जब शिक्षा का … Read more

राष्ट्रीय एकता में कौन सी बाधाएं है(What are the obstacles to national unity)

राष्ट्रीय एकता में कौन सी बाधाएं है(What are the obstacles to national unity) राष्ट्रीय एकता अथवा भावात्मक एकता के मार्ग में मुख्य बाधाएं इस प्रकार हैं- (1) विभिन्न जातियाँ-वर्ण व्यवस्था, व्यवसाय और धर्म के आधार पर हमारे देश में अनेक जातियां पायी जाती हैं जैसे- ब्राह्मण, क्षत्रिय, शूद्र, तेली, घोबी, लुहार, दर्जी आदि। इन जातियों … Read more

आधुनिक परिप्रेक्ष्य में अध्यापक के उपयोगिता | The ideal of teacher in modern philosopher in Hindi

आधुनिक परिप्रेक्ष्य में अध्यापक के उपयोगिता | The ideal of teacher in modern philosopher in Hindi आधुनिक युग में शिक्षण के समान अन्य सम्प्रेषण व्यवहारों का प्रयोग समान रूप से किया जा रहा है, क्योंकि जटिलताएँ तथा आवश्यकताएँ दोनों ही बढ़ रही हैं और तकनीकी ज्ञान और कुशलता प्राप्ति को अधिक महत्व दिया जा रहा … Read more

प्राविधिक शिक्षा व व्यावसायिक शिक्षा की विभिन्न समस्याओं(Various problems of technical education and vocational education)

प्राविधिक शिक्षा व व्यावसायिक शिक्षा की विभिन्न समस्याओं(Various problems of technical education and vocational education) एवं उनके समाधान का वर्णन कीजिये। (1) व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा का सुनियोजित न होना – जिस क्षेत्र में जितने प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता हो, उतने ही लोगों को व्यावसायिक व तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था की जाय। जबकि देश में … Read more

भारत में पंचवर्षीय योजना | five year plan in India

भारत में पंचवर्षीय योजना(five year plan in India) भारत में पंचवर्षीय योजना के अन्तर्गत व्यावसायिक शिक्षा की प्रगति पर आलोचनात्मक टिप्पणी लिखिए। व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण – राष्ट्रीय ज्ञान आयोग व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण (वी० ई० टी०) को देश की शिक्षा नीति का एक महत्वपूर्ण अंग मानता है। देश की बदलती स्थिति में अगर व्यासायिक … Read more

राष्ट्रीय एकता में शिक्षा की भूमिका(Role of education in national unity)

राष्ट्रीय एकता में शिक्षा की भूमिका(Role of education in national unity) राष्ट्रीय एकता से आशय-जब किसी भौगोलिक सीमा के अन्तर्गत किसी राष्ट्र के समस्त व्यक्ति अपने सामाजिक दृष्टिकोणों, भावनाओं तथा कर्म की दृष्टि से एकबद्ध हो जाते हैं इस प्रकार की एकबद्धता को राष्ट्रीय एकता कहा जाता है। राष्ट्रीय एकता के आधार पर नागरिकों में … Read more

शैक्षिक अवसरों की समानता | Equality of educational opportunities in Hindi

शैक्षिक अवसरों की समानता (equality of educational opportunities) शिक्षा आयोग ने शैक्षिक अवसरों की समानता के अर्थ और महत्व को इस प्रकार स्पष्ट किया है- “शिक्षा का एक महत्वपूर्ण सामाजिक उद्देश्य है-अवसरों की समानता प्रदान करना जिससे कि पिछड़े तथा दलित वर्ग और व्यक्ति शिक्षा के द्वारा अपनी स्थिति को सुधार सकें। जो भी समाज, … Read more

प्राथमिक व महिला शिक्षा समानता |Primary and women’s education equality

प्राथमिक व महिला शिक्षा समानता (Primary and women’s education equality) (1) प्राथमिक स्तर पर शीघ्रातिशीघ्र सभी राजकीय, स्थानीय निकायों की पाठशालाओं में और सहायता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा-शुल्क को पूरी तरह से समाप्त कर दिया । इस कार्य को जितना शीघ्र हो सके, कर लेना चाहिए। (2) प्राथमिक स्तर पर पाठ्य-पुस्तकें और लेखन … Read more